चिकनपॉक्स: लक्षण,कारण, उपचार और रोकथाम

चिकनपॉक्स, जिसे जर्मन मीसल्स भी कहा जाता है और भारत में इसे छोटी माता कहते हैं, एक संक्रामक रोग है जो वायरस से होता है। यह वायरस वायरस विरोधी टीकाकरण के बावजूद फैल सकता है। यह आमतौर पर बच्चों में होता है, लेकिन यह किसी भी उम्र के व्यक्ति को प्रभावित कर सकता है। चिकनपॉक्स का वायरस संक्रमित व्यक्ति के साथ संपर्क में आने पर फैलता है। यह सामान, छूत के माध्यम, या संकरित वातावरण से भी फैल सकता है। इसके लिए वायरस के संपर्क में आने के बाद इसका प्रकोप आमतौर पर 10-14 दिनों में दिखाई देता है।

चिकनपॉक्स के लक्षण

चिकनपॉक्स के लक्षण आमतौर पर निम्नलिखित होते हैं:

  1. बुखार: इस बीमारी के शुरूआती लक्षण में बुखार हो सकता है, जो सामान्यतः उच्च होता है।
  2. चक्कर आना: चिकनपॉक्स के बुखार के साथ चक्कर आने का अनुभव हो सकता है।
  3. खांसी: खांसी भी एक सामान्य लक्षण हो सकता है।
  4. चिकनपॉक्स के खराब होने का लक्षण: चिकनपॉक्स के लक्षणों में एक खराब रोगाणु या प्योडरम स्किन इन्फेक्शन के रूप में अनियमित नाक बहना भी शामिल हो सकता है।
  5. खोपड़ी के परम्परागत चिकनपॉक्स के लक्षण: चिकनपॉक्स के लक्षणों में सिर या मस्तिष्क क्षेत्र में छोटी, अंगूठे के समान लाल चकत्ते हो सकते हैं, जिन्हें लेप या छाले के रूप में भी देखा जा सकता है।
  6. शरीर पर चक्कते: इस बीमारी के लक्षणों में शरीर पर छोटी छोटी लाल चक्कतें भी हो सकती हैं, जो धीरे-धीरे फैल जाती हैं।
  7. खरोंच: चिकनपॉक्स के अन्य लक्षण में खरोंच की स्थिति हो सकती है, जो आमतौर पर सुबह को अधिक होती है और रात में कम होती है।
  8. खोजलता दर्द: चिकनपॉक्स के दौरान शरीर में खोजलता या दर्द महसूस हो सकता है।
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यह लक्षण व्यक्ति से व्यक्ति भिन्न हो सकते हैं, और इनकी गंभीरता भी व्यक्ति की सामान्य स्वास्थ्य स्थिति पर निर्भर कर सकती है। यदि आपको चिकनपॉक्स के लक्षण महसूस होते हैं, तो डॉक्टर से संपर्क करना उचित होगा।

चिकनपॉक्स के कारण

चिकनपॉक्स के होने के पाँच मुख्य कारण हो सकते हैं:

  1. वायरस संपर्क: चिकनपॉक्स वायरस संपर्क से फैलता है, जो संक्रमित व्यक्ति के नकाबंधी या हवाई बूंदों के माध्यम से एरोसोल या छींकने के माध्यम से फैल सकता है।
  2. संक्रमण: चिकनपॉक्स वायरस के संक्रमण के बाद रोग के लक्षण प्रकट हो सकते हैं।
  3. संक्रमित व्यक्ति के संपर्क: अगर कोई व्यक्ति चिकनपॉक्स से पीड़ित होता है और वह अन्य व्यक्ति के साथ संपर्क में आता है, तो संक्रमण का खतरा हो सकता है।
  4. रोगी के खुले छालों का संपर्क: चिकनपॉक्स के छाले खुले होने पर, इस समय रोगी के शरीर के संपर्क में आने से संक्रमण का खतरा होता है।
  5. अनाजान वायरल आधार: कई बार चिकनपॉक्स के लक्षण प्रकट नहीं होते हैं, लेकिन वायरस अपने साधारण धाराप्रवाह के रूप में वायरस को फैलाने में सक्षम रहता है।

चिकनपॉक्स का उपचार

चिकनपॉक्स का उपचार आमतौर पर निम्नलिखित माध्यमों से किया जाता है:

  1. साइम्पटोमेटिक उपचार: चिकनपॉक्स के लक्षणों को कम करने के लिए अन्य लक्षणों का इलाज किया जाता है, जैसे कि बुखार, खांसी, और खरोंच।
  2. आराम: रोग के समय विशेष ध्यान और आराम की आवश्यकता होती है।
  3. अनुशासन: इंफेक्शन का फैलाव कम करने के लिए संक्रमित व्यक्ति को अलग रखने की सलाह दी जाती है।
  4. इलाज: कई बार डॉक्टर एंटीवायरल दवाओं का परिचय करते हैं जो लक्षणों को कम कर सकती हैं और संक्रमण की अवधि को कम कर सकती हैं।
  5. हाथ-मुंह धोना: संक्रमित व्यक्ति को नियमित रूप से हाथ धोने की सलाह दी जाती है ताकि वे वायरस को फैलाने से बच सकें।
  6. डॉक्टर के सुझाव का पालन करना: किसी भी चिकित्सा प्रोफेशनल द्वारा दिए गए सलाह का पालन करना, जैसे कि दवाओं का सही ढंग से लेना और विशेष दिशानिर्देशों का पालन करना, बहुत महत्वपूर्ण होता है।
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अगर किसी को चिकनपॉक्स के लक्षण महसूस होते हैं, तो उन्हें तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।

चिकनपॉक्स के घरेलू उपाय

  1. नींबू का रस: नींबू का रस खुजली और चार्म या छालों को ठीक करने में मदद कर सकता है। नींबू का रस छालों पर सीधे लगाया जा सकता है या गर्म पानी में मिलाकर नहाने के पानी में डाला जा सकता है।
  2. घर की बनाई गई खाद्य पदार्थ: चिकनपॉक्स में लक्षणों को कम करने के लिए शरीर को पोषणपूर्ण आहार प्रदान करने के लिए घर के बनाए गए सूप, खीर, और दलिया जैसे गरम पदार्थ शामिल किए जा सकते हैं।
  3. नींद की पूर्ति: पर्याप्त नींद लेना रोग के लक्षणों को कम करने और शरीर को ठीक करने में मदद कर सकता है। रात में अच्छी नींद प्राप्त करने के लिए सुनसान और धीरे संगीत की मदद ली जा सकती है।
  4. गुड़ का सेवन: गुड़ में मौजूद एंटीबैक्टीरियल गुण चिकनपॉक्स के लक्षणों को कम करने में मदद कर सकते हैं। इसे रोजाना खाया जा सकता है या गुड़ की चाय बनाई जा सकती है।

चिकनपॉक्स की रोकथाम

  1. टीकाकरण का महत्व: चिकनपॉक्स की रोकथाम में टीकाकरण का महत्वपूर्ण योगदान होता है। टीकाकरण द्वारा व्यक्ति को वायरस के खिलाफ प्रतिरक्षा प्रदान की जाती है, जिससे उन्हें रोग के प्रकोप से बचाव मिलता है।
  2. स्वच्छता और हाथ धोने का महत्व: चिकनपॉक्स के संवार्धन में स्वच्छता और हाथ धोने की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। व्यक्ति को नियमित रूप से हाथ धोने की सलाह दी जाती है ताकि वे वायरस से बच सकें।
  3. संपर्क से बचाव: चिकनपॉक्स के संक्रमण से बचाव के लिए संपर्क से बचना भी महत्वपूर्ण होता है। संक्रमित व्यक्ति के साथ संपर्क में आने से बचना चाहिए और जरूरी होने पर मास्क या अन्य सुरक्षा उपकरण का उपयोग करना चाहिए।

चिकनपॉक्स के उपचार के बाद की देखभाल

  1. शारीरिक विश्राम: चिकनपॉक्स के उपचार के बाद, व्यक्ति को पर्याप्त शारीरिक विश्राम देना अत्यंत महत्वपूर्ण होता है। इससे उनका शरीर उत्तम रूप से संक्रमण से लड़ने की क्षमता मिलती है और उन्हें तेजी से ठीक होने में मदद मिलती है।
  2. संतुलित आहार: चिकनपॉक्स के उपचार के बाद, व्यक्ति को संतुलित आहार लेना चाहिए। यह उनके शारीरिक स्थिति को सुधारने में मदद करता है और उन्हें जल्दी से पूरी तरह से स्वस्थ होने में मदद करता है।
  3. संक्रमित व्यक्ति की सामाजिक दूरी: चिकनपॉक्स के उपचार के बाद, संक्रमित व्यक्ति को सामाजिक दूरी बनाए रखना चाहिए। यह उनके चिकित्सा प्रक्रिया के बाद भी अन्य लोगों को संक्रमण से बचाता है।
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संक्षेप

चिकनपॉक्स एक संक्रामक रोग है जो वायरस से होता है। इसके लक्षण में बुखार, खुजली, थकान, और छाले शामिल हो सकते हैं। यह वायरस वायरस विरोधी टीकाकरण के बावजूद फैल सकता है। इसका उपचार आराम, दवाओं का उपयोग, और घरेलू उपायों से किया जाता है। इसके संवार्धन में सामूहिक टीकाकरण, स्वच्छता, और संपर्क से बचाव का महत्व है।

सामान्य पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs) और उनके उत्तर

चिकनपॉक्स क्या है?

चिकनपॉक्स एक संक्रामक रोग है जो वायरस से होता है और बुखार, खुजली, और छाले के लक्षणों के साथ प्रकट होता है।

चिकनपॉक्स कैसे फैलता है?

चिकनपॉक्स वायरस संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने पर फैलता है, जैसे कि खासतौर पर छूत के माध्यम से या संक्रमित वातावरण से।

चिकनपॉक्स का इलाज क्या है?

चिकनपॉक्स का इलाज आराम, दवाओं का उपयोग, और घरेलू उपायों के माध्यम से किया जाता है।

चिकनपॉक्स से बचाव के लिए क्या करें?

चिकनपॉक्स से बचाव के लिए टीकाकरण, स्वच्छता का पालन, और संपर्क से बचाव करना जरूरी है।

चिकनपॉक्स के बाद की देखभाल में क्या सावधानियाँ हैं?

चिकनपॉक्स के बाद की देखभाल में शारीरिक विश्राम, संतुलित आहार, और संक्रमित व्यक्ति की सामाजिक दूरी का ध्यान रखना चाहिए।